Mbbs student becomes Sarpanch
Mbbs student becomes Sarpanch सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को महाराष्ट्र के 34 जिलों में फैली 7,135 ग्राम पंचायतों के परिणामों में शीर्ष पर आने का दावा किया. इस बड़ी जीत में जॉर्जिया में मेडिकल की पढ़ाई कर रही 21 वर्षीय एक उम्मीदवार को वड्डी (vaddi)का नया सरपंच चुना गया. उम्मीदवार का नाम यशोधरा शिंदे है. यशोधरा को उसके पिता ने महाराष्ट्र के सांगली जिले के वड्डी गांव में सरपंच पद का चुनाव लड़ने के लिए घर बुलाया था. पिता की बात मानकर यशोधरा घर आई और अब शायद उसे अपने निर्णय पर पछतावा ना हो.
मुझे गांव की दिक्कतें पता हैं - यशोधरा
यशोधरा ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “मैं गांव में रही हूं. मेरे परदादा और मेरी दादी दोनों ने 15 वर्षों तक पड़ोसी नरवाड़ गांव के सरपंच के रूप में योगदान दिया है. यहां के लोग चाहते थे कि मेरे परिवार से कोई इस पद के लिए चुनाव लड़े, इस उम्मीद में कि उन्हें एक बार फिर विकास देखने को मिले. मैं अपने गांव के लोगों के विश्वास को महसूस कर सकती थी. यशोधरा ने आगे कहा,"चूंकि मैं यहां कई वर्षों से रह रही हूं, मेरे दिल में गांव के लिए एक विशेष स्थान है. मैं यहां की समस्याओं, मूलभूत सुविधाएं जिनकी जरूरत है को अच्छे से जानती हूं. महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.'' यशोधरा ने चुनाव बहुत ही 147 वोटों के मामूली अंतर से जीता.
ऑनलाइन पूरी करेगी पढ़ाई
हालांकि वह इसके लिए अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ना चाहती है. उसने कहा, “मैं वर्तमान में एमबीबीएस के चौथे वर्ष में हूं, मेरे मेडिकल स्नातक को पूरा करने के लिए केवल डेढ़ साल शेष हैं. मैं इसे ऑनलाइन पूरा करूंगी. जॉर्जिया में मेरे दोस्तों ने फोन करके मुझे बधाई दी और हर संभव मदद की. मेरी हमेशा से डॉक्टर बनने की ख्वाहिश रही है और मैं अपने सपने को पूरा करने जा रही हूं. यशोधरा के पिता महेंद्रसिंह और दादी मंदाकिनीराजे ने उस पैनल का नेतृत्व किया जिसने ग्राम पंचायत चुनावों में सभी 12 सीटें जीतीं. इसी तरह लातूर जिले की अहमदपुर तहसील में मंगलवार को एक 21 वर्षीय कॉलेज छात्रा को शिंदगी-खुर्द और मंगदारी समूह ग्राम पंचायत का सरपंच चुना गया. विजयी प्रत्याशी संगमेश्वर सोदगीर बीए तृतीय वर्ष का छात्र है. गांव में कुल 4500 लोग हैं.