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पुरुष ही नहीं बल्कि महिला सिपाही भी करेंगी K9 Soldier हैंडल, पहली बार 8 महिलाओं ने किया डॉग हैंडलर का कोर्स पूरा

पुरुष ही नहीं बल्कि महिला सिपाही भी अब K9 Soldier हैंडल करेंगी. पहली बार 8 महिलाओं ने डॉग हैंडलर का कोर्स पूरा किया है. ये महिलाएं बॉर्डर एरिया में भी अपनी सेवाएं देंगी.

महिलाओं ने किया डॉग हैंडलर का कोर्स पूरा महिलाओं ने किया डॉग हैंडलर का कोर्स पूरा
हाइलाइट्स
  • 8 महिलाओं ने किया डॉग हैंडलर का कोर्स पूरा

  • K9 डॉग को ट्रेनिंग देना मुश्किल होता है

महिलाएं किसी भी क्षेत्र में अब पीछे नहीं हैं. हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. कई ऐसे विभाग और क्षेत्र हैं जहां पर महिलाओं ने अपने दम पर लोहा मनवाया है, चाहे वह पायलट बन कर या फिर आर्मी में जाकर. लेकिन आज हम आपको आइटीबीपी भानु ले चलते हैं जहां पर पहली बार सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स में महिला सिपाहियों ने डॉग हैंडलर का कोर्स पूरा किया है. इससे पहले डॉग को सिर्फ पुलिस ही ट्रेन और हैंडल किया करते थे. 

8 महिलाओं ने किया डॉग हैंडलर का कोर्स पूरा

तस्वीर में दिख रहीं 8 महिला सिपाही देश की पहली सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स में तैनात महिला सिपाहियों का दल है. ये सभी "डॉग हैंडलर्स" का कोर्स पूरा कर चुका है. अब ये 8 महिला सिपाही नक्सलवादी (naxalite) एरिया के अलावा बॉर्डर एरिया में अपनी सेवाएं देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. लेकिन इन महिला सिपाहियों के साथ अब उनका साथी K9 सोल्जर भी रहेगा. लगभग 8 महीने की बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग के बाद अब यह महिला डॉग हैंडलर्स पूरी तरह से तैयार हैं, जिससे देश को किसी भी बड़े खतरे से बचाया जा सके. 

बता दें, यह बैच केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के बीच पहला ऐसा बैच है, जिसे नक्सल विरोधी अभियानों समेत विभिन्न सुरक्षा कार्यक्रमों में तैनात K9 सोल्जर के लिए हैंडलर के तौर पर प्रशिक्षित किया गया है. इससे पहले तक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सभी डॉग हैंडलर पुरुष ही हुआ करते थे. 

K9 डॉग को ट्रेनिंग देना मुश्किल होता है

महिला डॉग हैंडलर अनामिका भारद्वाज ने खास बातचीत में बताया कि शुरुआती दौर में K9 डॉग्स को ट्रेनिंग देना थोड़ा सा मुश्किल होता है क्योंकि उस समय यह भी छोटे बच्चे थे. लेकिन धीरे-धीरे अब बेसिक ट्रेनिंग के बाद यह एडवांस कोर्स पूरा कर चुका है. जिसमें हमने इन्हें कमांड को सुनना, समझना, उसे मानना तो सिखाया ही है, उसके अलावा पेट्रोलिंग और एक्सप्लोसिव और बम को कैसे ढूंढना है वह भी सिखाया है.

वहीं महिला डॉग हैंडलर प्रतिभा ने बताया कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि वह देश की पहली डॉग हैंडलर हैं जोकि सेंट्रल पुलिस फोर्स में अपनी सेवाएं देंगी. प्रतिभा ने बताया कि K9 डॉग की ट्रेनिंग में महिलाओं के पास जो "प्यार" और "स्नेह" होता है वो इस दौरान ट्रेनिंग में बहुत काम आता है जिससे यह डॉग आसानी से उनकी कमांड मान लेते हैं.

आइटीबीपी में आईजी ईश्वर सिंह दुहान ने बताया कि अब महिलाएं हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. पहले सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स इसमें महिलाओं को क्लेविकल और मेडिकल में ही रखा जाता था, लेकिन अब हर जगह हर कैडर में महिलाओं के लिए अवसर हैं. पहली बार 8 महिला सिपाहियों को डॉग हैंडलर का कोर्स करवाया गया है.