
उत्तर प्रदेश में मलिहाबाद के किसानों द्वारा विकसित MangoBaba ऐप के जरिए अब लोग अपने घर बैठे ताजे और कार्बाइड-फ्री मलिहाबादी आम मंगवा सकते हैं, वो भी किफायती दाम पर. इस ऐप के पीछे की प्रेरणा हैं केंद्रीय उपोष्णकटिबंधीय बागवानी संस्थान (CISH) के पूर्व निदेशक डॉ. शैलेन्द्र राजन. उन्होंने बताया कि इस प्लेटफॉर्म से भेजे जाने वाले आम सीधे उन किसानों से खरीदे जाते हैं, जो CISH द्वारा प्रमाणित तकनीकों का पालन करते हैं.
उनका कहना है कि इन तकनीकों में बैगिंग (फल को बैग में रखना), वैज्ञानिक ढंग से तुड़ाई, कीट नियंत्रण, छंटाई और विशेष रूप से डिजाइन किया गया हार्वेस्टर शामिल है, जो आम को बिना चोट पहुंचाए तोड़ता है, जिससे खराब होने की संभावना कम हो जाती है. ये प्रक्रियाएं प्राकृतिक और सुरक्षित तरीके से उच्च गुणवत्ता वाले आम तैयार करने में मदद करती हैं.
कोरोना के समय लॉन्च हुआ ऐप
उन्होंने बताया कि यह ऐप 2020 में कोरोना महामारी के दौरान लॉन्च हुआ था, लेकिन तब इसे ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं मिली. “समय के साथ यह ऐप बेहतर होता गया. अब इसमें बेहतर यूजर इंटरफेस, रियल-टाइम ट्रैकिंग और कैश ऑन डिलीवरी (COD) व ऑनलाइन पेमेंट जैसे विकल्प हैं. यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है.
राजन ने यह भी स्पष्ट किया कि इस ऐप में सीधी सरकारी भागीदारी या मूल्य नियंत्रण नहीं है, फिर भी मूल्य तय करने में पारदर्शिता और निष्पक्षता रखी जाती है. उन्होंने बताया कि इंडिया पोस्ट इस ऐप का लॉजिस्टिक्स पार्टनर है, जिससे दूर-दराज के इलाकों में भी डिलीवरी संभव हो पाती है.
बाजार के हिसाब से कीमत
इस प्लेटफॉर्म पर आम बाजार के भावों के करीब-करीब कीमत पर बेचे जाते हैं, लेकिन असली ‘वैल्यू एडिशन’ पैकेजिंग में है. हर ऑर्डर एक खास बॉक्स में आता है, जिसमें आम को सुरक्षित रखने के लिए फोम नेटिंग दी जाती है, जो दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर मुश्किल से ही मिलती है. आमों को पहले ग्रेडिंग की जाती है और फिर उसी के अनुसार कीमत तय की जाती है, जिससे गुणवत्ता पर बेहतर नियंत्रण रहता है और ग्राहकों को ज्यादा संतुष्टि मिलती है.