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त्योहारों के बीच पुलिस की अनूठी पहल, अपराध में शामिल लोगों के साथ मुलाकात... बताया कैसे पाएं समाज में इज्जत

अकोला पुलिस ने अनोखी पहल के तहत आपराधिक तत्वों को बुलाकर उन्हें नसीहत दी. यह पहल त्योहारी को मद्देनज़र रखते हुए की गई है. साथ ही उन लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश की गई है.

लोगों को दी जा रही नसीहत लोगों को दी जा रही नसीहत

त्योहारों और उत्सवों के दिनों के देखते में शहर में अमन-चैन और शांति कायम रखने के लिए अकोला जिला पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक ने एक अनूठी पहल की है. शहर के सभी आठ थाना क्षेत्रों से पिछले 10 वर्षों में संगीन अपराध और बॉडी ऑफेंस में दर्ज अपराधियों को चिन्हित कर उन्हें पुलिस दरबार में बुलाया गया.

इस संवादात्मक दरबार में करीब 200 से 250 अपराधियों को शामिल किया गया था. पुलिस अधीक्षक ने उनसे सरल और स्पष्ट पुलिसिया भाषा में बातचीत की और समझाया कि अपराध का रास्ता न केवल उनकी जिंदगी बल्कि उनके परिवार और बच्चों के भविष्य को भी बर्बाद कर देता है.

आपकी इज्जत दांव पर
एसपी साहब बोले कि हमारा उद्देश्य सिर्फ अपराध पर नकेल कसना नहीं है, बल्कि अपराधियों को यह समझाना भी है कि समाज में उनकी इज्जत किस तरह दांव पर लगी है. अगर वे अपराध की दुनिया छोड़कर नई शुरुआत करना चाहें तो पुलिस विभाग उन्हें काउंसलिंग के जरिए नौकरी और अच्छी पगार वाली रोजगार की राह दिखाने की कोशिश करेगा.

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पुलिस फुल तैयारी में
पुलिस विभाग ने इस मौके पर सभी अपराधियों की डिजिटल लिस्ट तैयार की, जिसमें उनकी फोटो, आधार कार्ड नंबर और अपराध का पूरा ब्यौरा शामिल है. शहर में लगे पुलिस और निजी सीसीटीवी कैमरों पर ऐसा विशेष सॉफ्टवेयर लगाया जाएगा, जिससे उनकी हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा सके.

इस पहल का मुख्य उद्देश्य त्योहारों और आने वाले उत्सवों में शहर में शांति बनाए रखना, दंगा-फसाद और गंभीर अपराधों पर रोकथाम करना है. स्थानीय नागरिकों ने भी इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल अपराधियों को सुधरने और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का मौका देगी, वहीं आम जनता के लिए अमन और सुरक्षा की गारंटी भी बनेगी.

-धनंजय साबले की रिपोर्ट