पुलिस की ERV टीम के Quick-Respose से बची लड़की की जान
पुलिस की ERV टीम के Quick-Respose से बची लड़की की जान गुरुग्राम पुलिस की मुस्तैदी और तीव्र एक्शन ने बुधवार को एक लड़की की जान बचा ली. यह लड़की आत्महत्या करने वाली थी लेकिन पुलिस ने महज़ छह मिनट में घटनास्थल पर पहुंचकर इस लड़की की जान बचा ली. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
जब आत्महत्या करने लगी थी लड़की
दरअसल यह किशोरी अपनी एक महिला मित्र के साथ इसी कमरे में रहती थी और बीते काफी दिनों से किसी समस्या को लेकर परेशान थी. यह समस्या क्या थी, इसका पता नहीं लग सका है. लेकिन 16 अप्रैल को परेशानी से तंग आकर उसने आत्महत्या करने का फैसला किया. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़की के पिता ने पुलिस को कॉल किया.
फिर क्या था, गुरुग्राम पुलिस की इमरजेंसी रिस्पॉंस व्हीकल (ERV) पर सवार एक टीम मौके पर पहुंच गई. किशोरी ने कथित तौर पर खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था और आत्महत्या करने की कोशिश कर रही थी. हेड कांस्टेबल संजय, कांस्टेबल दिनेश और विशेष पुलिस अधिकारी सुंदरलाल वाली ईआरवी टीम ने दरवाजा तोड़कर लड़की को बचाया.
महिला कॉन्स्टेबल की मदद से लड़की को समझाया
बचाव के बाद लड़की से बात करने और उसे शांत करने के लिए महिला पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया. पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "बातचीत के जरिए पुलिस ने लड़की को सलाह दी. लड़की ने हमें आश्वासन दिया कि वह फिर से ऐसा करने की कोशिश नहीं करेगी. हमने पुष्टि की है कि वह अब सुरक्षित है. अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि लड़की आत्महत्या क्यों करने की कोशिश कर रही थी."
गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने ईआरवी टीम की "त्वरित और पेशेवर प्रतिक्रिया" के लिए तारीफ की. उनकी तेज़ कार्रवाई के लिए टीम के तीनों सदस्यों को प्रशंसा पत्र और 5,000-5,000 रुपये का नकद पुरस्कार देकर उनकी हौसलाअफज़ाई की गई है. पुलिस प्रवक्ता ने लोगों से किसी भी संकट की स्थिति में बिना किसी हिचकिचाहट के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 का उपयोग करने का आग्रह किया.
(अगर आप या आपका कोई परिचित आत्महत्या के विचार अनुभव कर रहा है, तो हम आपसे मदद लेने का आग्रह करते हैं. कृपया सुसाइड प्रेवेंशन इंडिया फाउंडेशन की वेबसाइट https://www.spif.in/i-am-feeling-suicidal/ पर सूचीबद्ध हेल्पलाइन नंबरों में से किसी एक पर कॉल करें या किसी मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करें.)