
उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले के मुख्यालय से 45 किलोमीटर दक्षिण धनघटा विधानसभा कोडारी ग्रामपंचायत की रहने वाली बिंद्रा देवी आज लखपति दीदी के नाम से जानी जाती हैं. उनकी शादी सन 2000 में रामदास राजभर से हुई. रामदास राजभर स्नातक थे और घर पर रहकर अपनी खेती-बाड़ी का काम करते थे.
बिंद्रा देवी कि शिक्षा स्नातक तक थी. इनके 3 बच्चे हैं, जिसमें से दो बेटियां हैं और एक बेटा है. उनकी पढ़ाई लिखाई के खर्चे बढ़ते जा रहे थे. बिंद्रा देवी ने सोचा अब तो खर्च बढ़ते जा रहे हैं तो कुछ करना चाहिए. उसके बाद उन्होंने जो किया, उससे वह प्रेरणा का एक स्रोत बन गईं.
पति ने दिया पत्नी साथ
जब बिंद्रा देवी अपने पति को बच्चों की पढ़ाई-लिखाई को लेकर कुछ करने का बताया, तो रामदास राजभर ने बिंद्रा देवी अनुमति दे दी. जिसके बाद उन्होंने गांव के पास पड़ी जमीन पर दो कमरे बनाए. जिसमें साल 2013 में ब्यूटी पार्लर का काम शुरू किया. इससे उनके स्थानीय लोगों के साथ अच्छे संबंध बन गए. वह आज वार्ड नंबर 15 की क्षेत्र पंचायत सदस्य भी हैं.
बढ़ाया अपना और पति का कारोबार
2020 में वह नूडल्स, साबुन, अगरबत्ती, शैंपू जैसे सामान तैयार कर स्थानीय बाजार में पहुंचाने लगीं. लेकिन रोजगार के और विस्तार के लिए पैसे की आवश्यकता थी. इसी बीच सरकार की योजनाएं की समूह के माध्यम से जानकारी हुई. वह उस समूह की सदस्य बनकर लोगों तक जानकारी पहुंचाने लगीं. साथ ही समूह के माध्यम से लोन लेकर कारोबार को बेहतर बनाया. समूह से लोन के माध्यम से अपने पति के लिए एक ट्रैक्टर भी निकलवाया. जिससे अपनी खेती और बाहर से कमाई की जा सके.
क्या कहती हैं बिंद्रा देवी?
बिंद्रा देवी बताती है कि घर के काम के साथ-साथ वह अपना कारोबार भी ईमानदारी के साथ करती हैं. वह अपना काम समय पर पूरा कर लेती हैं, जिसके कारण उनके परिवार में किसी किस्म की परेशानी नहीं होती है. बच्चे पढ़ रहे हैं और पती भी टैक्टर के माध्यम से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
कितना हुआ कारोबार का विस्तार
बिंद्रा देवी आज अपनी 8×25 की दुकान में सिलाई, ब्यूटी पार्लर, अगरबत्ती बनाना, साबुन और नूडल्स भी बना रही है. साथ ही ब्यूटी पार्लर का काम भी बच्चियों को सिखाती हैं. अपने परिवारिक कार्य के साथ साथ अपने कारोबार को अंजाम देकर वह 30-40 हजार रुपए हर माह कमा रही है. साथ ही तीन बच्चों की परवरिश कर रही है. बिंद्रा देवी का नाम आज लखपति दीदी में गिना जा रहा है, जो आने वाली 15 अगस्त को दिल्ली के लाल किले पर सम्मानित की जाएगी.
-आलमगीर की रिपोर्ट