जामनगर की सड़कों पर जब आप किसी को साइकिल चलाते देखते हैं, तो शायद आप ज़्यादा ध्यान न देते हों. लेकिन अगर वह साइकिल चालक सिर पर हेलमेट पहने धीरे-धीरे साइकिल चला रहा हो, तो आपकी आंखें थोड़ी देर के लिए उसे गौर से देखेंगी. यह कहानी जामनगर के 51 वर्षीय कमलेश की है, जो साइकिल चलाते समय भी हेलमेट पहनते हैं.
आमतौर पर लोग हेलमेट के बारे में तभी सोचते हैं जब वे मोटरसाइकिल पर बैठते हैं, लेकिन कमलेश जी के लिए हेलमेट का मतलब है सुरक्षा. सुरक्षा किसी एक वाहन के लिए नहीं, बल्कि जीवन भर के लिए है. जामनगर शहर की सड़कों पर साइकिल चलाते कमलेश भाई, सिर पर चमकदार हेलमेट, चेहरे पर मुस्कान और दिल में एक संदेश लिए हुए चलते हैं. उनके लिए सुरक्षा ही मज़ा है.
हेलमेट केवल सुरक्षा नहीं संदेश का जरिया
अब, कई युवा उनके बारे में सोचने लगे हैं. मोटरसाइकिल पर टोपी पहनना अनिवार्य है, लेकिन अगर हम साइकिल पर भी टोपी पहनें तो क्या गलत है? आखिरकार, सुरक्षा सबकी ज़िम्मेदारी है. जामनगर के यह हेलमेट पहने साइकिल चालक, कमलेश चोटाई, न केवल साइकिल चलाते हैं, बल्कि हल्के-फुल्के अंदाज़ में लोगों को एक गंभीर संदेश भी देते हैं. कि जीवन एक सफ़र है, लेकिन सुरक्षा ही उसकी मुख्य चिंता होनी चाहिए.
कुछ समय पहले हुई एक दुर्घटना के बाद उन्हें हेलमेट के महत्व का सही एहसास हुआ. सिर में चोट लगने के बाद, उन्हें एहसास हुआ कि एक एहतियाती कदम किसी की जान बचा सकता है. उसी क्षण से, उन्होंने ठान लिया कि चाहे कोई भी वाहन हो, सिर हमेशा सुरक्षित रहना चाहिए.
क्या कहना है इस जागरूक नागरिक का?
वे कहते हैं कि मोटरसाइकिल पर टोपी पहनना अनिवार्य है, लेकिन अगर हम साइकिल पर भी टोपी पहनें तो क्या गलत है? आखिरकार, सुरक्षा सबकी ज़िम्मेदारी है. कुछ समय पहले, जब सरकार ने हेलमेट कानून अनिवार्य किया, तो कई वाहन चालकों ने हिंसा का सहारा लेकर इस नियम का विरोध किया. लेकिन मै इसके बारे में अलग सोच रखता हूं . मै इस कानून का स्वागत करता हूं और खुद हेलमेट पहनकर दूसरों के लिए एक जीवंत उदाहरण देना चाहता हूं. जीवन एक यात्रा है, लेकिन सुरक्षा उसका हेलमेट होना चाहिए.
- दर्शन ठक्कर की रिपोर्ट