सीमा पिवल्कर
सीमा पिवल्कर आज महिलाएं हर क्षेत्र में काम कर रही है. कोई महिला विमान चला रही है तो कोई ट्रक, कोई ऑटो तो कोई ट्रेक्टर. ऐसे ही महाराष्ट्र के वाशिम जिले में भी एक महिला है जो पान की दुकान चला रही हैं. उनका मकसद अपने घर में कमाई का एक और जरिया देना है. इसकी मदद से वे अपने परिवार वालों की मदद कर पा रही हैं.
पति ने लगाई पान की दुकान
ये महिला हैं वाशिम जिले के कामरगांव से ताल्लुक रखने वाली सीमा पिवल्कर. सीमा ने अपने घर के सामने पान की दुकान लगाई है. वे दिनभर इस दुकान को चलाती हैं. इस दुकान को लगाने का काम सीमा के पति ने किया. सीमा के पति ने घर के सामने खुली जगह में पान की दुकान लगाई, जिसे अब उनकी पत्नी चला रही हैं.
भारतीय नारी हूं, डर नहीं लगता- सीमा
दरअसल, इस दुकान को लगाने का मकसद घर में आर्थिक मदद करना है. सीमा इसको लेकर कहती हैं कि पान की दुकान से कुछ रुपयों की आमदनी हो जाती है. इससे घर में 2 पैसे ज्यादा आ जाते हैं. चूकिं पान की दुकानों पर अक्सर कई प्रकार के ग्राहक भी आते जाते हैं तो इसे लेकर सीमा बताती हैं कि उन्हें इससे डर नहीं लगता. सीमा कहती हैं, “पान की दुकान पर अलग-अलग प्रकार के ग्राहक तो आते हैं, लेकिन मुझे इनसे डर नहीं लगता. भारतीय नारी हूं, तो डर क्यों लगेगा.”
हालांकि, सीमा की दुकान पर केवल पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी पान खाने आती हैं. इसका कारण एक ये भी है कि उनके गांव में महिला पान की दुकान चलाती है इसलिए गांव की महिलाएं भी वहां पान खाती दिखाई देती हैं.
(जाका खान की रिपोर्ट)