मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक अनोखी शवयात्रा देखने को मिली, जहां जवासिया गांव के एक मित्र ने अपने दिवंगत दोस्त की अंतिम इच्छा पूरी करते हुए उसकी शवयात्रा में बैंड के साथ नृत्य किया. नृत्य करने वाले अम्बालाल प्रजापत अपने मित्र सोहनलाल जैन की अंतिम यात्रा में शामिल थे. सोहनलाल जैन ने अम्बालाल प्रजापत से कहा था कि उनकी शवयात्रा के दौरान रोने के बजाय नृत्य किया जाए. सोहनलाल जैन ने कहा था, "आंसू रोने की जरूरत नहीं है. कभी रोना ही नहीं चाहिए. अगर मेरी शव यात्रा निकली नहीं उस दिन भी डांस करते रहना और लास्ट से मतलब डांस करते हुए मतलब मेरी शव यात्रा निकालना चाहिए." सोहनलाल जैन ने 9 जनवरी 2021 को एक पत्र लिखकर भी यह इच्छा पुख्ता की थी, जिसमें उन्होंने अपनी अंतिम यात्रा में मित्र की आंखों से आंसू न निकलने और गीत, संगीत व नृत्य के साथ विदाई देने को कहा था.