
अक्षय तृतीया के दिन कोई भी शुभ काम बिना मुहूर्त देखे भी किया जा सकता है. मान्यता है कि इस तिथि पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी की पूजा करने से ही जीवन में सुख और समृद्धि आ जाती है. साथ ही कुछ वस्तुओं की खरीदारी के लिए भी यह तिथि लाभ देने वाली मानी गई है. तो चलिए जानते हैं कि इस तिथि पर किए गए छोटे-छोटे उपाय भी आपको लाभ दे सकते हैं.
धार्मिक महत्त्व
अक्षय तृतीया साल में सिर्फ एक बार आती है और इसका इंतज़ार हर मंगल कार्य में किया जाता है. मान्यता है कि इस परम तिथि पर हम जो भी शुभ कार्य करते हैं वह हमारे सौभाग्य में बदल जाता है. इसलिए अक्षय तृतीया का इतना गुणगान किया गया है. धार्मिक महत्त्व है कि इस दिन कृतयुग (सत्ययुग या स्वर्णयुग) का आरंभ हुआ था. इसके कारण से इसका महत्त्व इतना ज्यादा है.
इसी दिन बद्री नारायण जी का पाठ खुलते हैं दर्शन करने के लिए. इसी दिन भगवान के हयग्रीव अवतार का जन्म हुआ था. हयग्रीव का अर्थ है 'घोड़े की गर्दन वाला.' नर नारायण भगवान का इसी दिन अवतार हुआ था. इससे पीछे इतनी कथाएं हैं कि यह दिन एकदम पुण्य और पवित्र काल माना गया है.
सोने की खरीदारी का महत्त्व
पंचांग की तिथि कहती है कि अक्षय तृतीया साल में उन कुछ तिथियों में से एक है जिन पर किया गया कोई भी काम अशुभ नहीं होता. मान्यता है कि इस दिन जो खरीद लिया वह पवित्र हो जाता है. अक्षय तिथि होती है खरीदारी करने की और नारायण लक्ष्मी की आराधना की. बाजार में सोना आसमान की बुलंदियों को छू रहा है. लेकिन आप अपनी क्षमता के अनुसार इस दिन सोने की खरीदारी करते हैं तो यह सोना आपकी किस्मत चमका सकता है और आपके भाग्य को जगा सकता है. अक्षय तृतीया पर हर कोई सोना खरीदकर अपने घर को सुख संपन्नता से भरना चाहता है.
ज्योतिषीय उपाय
ज्योतिष में सोने का महत्त्व बहुत अधिक है. सोना पृथ्वी पर पाई जाने वाली मूल्यवान धातुओं में से एक है. सोना समृद्धि और संपन्नता दर्शाता है. ज्योतिष में इसको तमाम ग्रहों से जोड़तें हैं, लेकिन मुख्य रूप से इसका संबंध बृहस्पति से होता है. सोना अगर लाभदायक हो तो व्यक्ति को समृद्ध करता है. हर कोई चाहता है इस दिन ज्योतिष में बताई उन वस्तुओं को खरीद लिया जाए जिनसे साल भर घर में संपन्नता बरसती रहे.
सोने की खरीदारी का उपयुक्त समय
सोने की खरीदारी का सबसे उपयुक्त समय दोपहर का होता है. अगर सोना ना खरीद सके तो सोने के आवरण वाली चीजें खरीदे. साथ ही कोई ना कोई धातु दान के लिए जरूर खरीदें. पहले किसी निर्धन व्यक्ति को दान करें फिर स्वयं के लिए खरीदा सोना भगवान को अर्पित करें. इसके बाद सोने का प्रयोग करना आरंभ करें.
सोने का एक टुकड़ा बनवाएं, इस पर 'श्री' लिखवाएं. इसको अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी को अर्पित करें. माँ के सामने एक विशेष मंत्र का जाप करें: 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नमः.' मंत्र जाप के बाद उस सोने के टुकड़े को लाल धागे या सोने की चैन में गले में धारण करें, आपकी संपन्नता हो जाएगी.
धन प्राप्ति के उपाय
ज्योतिष की जानकार मानते हैं कि इस दिन कुछ महाउपाय करके आप अपनी धन की समस्या का भी अंत कर सकते हैं. अगर आपके जीवन में पैसों से जुड़ी समस्याएं हैं, तमाम कोशिश करने के बाद भी आपके जीवन में लक्ष्मी का आगमन नहीं हो रहा है तो धन प्राप्ति के लिए ये महाउपाय आप कर सकते हैं. मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प अर्पित करें. उन्हें फूलों की माला अर्पित करें. उसी माला से कम से कम 108 बार विशेष मंत्र का जाप करें: ॐ श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय नमः' और इस माला को अपने गले में धारण कर लें.