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Ganesh Chaturthi: कोलकाता से आए मूर्तिकार अयोध्या में बना रहे हैं गणेश प्रतिमाएं, Eco-Friendly मूर्तियों की बढ़ रही है मांग

कारीगरों द्वारा बनाई जा रही सभी प्रतिमाएं प्राकृतिक मिट्टी से तैयार की जा रही हैं. यह मिट्टी पानी में आसानी से घुल जाती है, जिससे जल प्रदूषण को रोका जा सके.

Ganesh Chaturthi 2025 (Representational Image) Ganesh Chaturthi 2025 (Representational Image)

गणेश चतुर्थी को लेकर अयोध्या में इस बार खास तैयारियां देखने को मिल रही हैं. कोलकाता से आए 20 कारीगर अप्रैल से ही प्रतिमा निर्माण में जुटे हुए हैं. शिल्पकार उत्तम पाल के नेतृत्व में ये कलाकार 1 फुट से लेकर 14 फुट ऊंची गणेश प्रतिमाएं बना रहे हैं. इनमें बिग बाज़ार के बाहर स्थापित होने वाली विशाल प्रतिमा खास आकर्षण का केंद्र बनेगी. साथ ही ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर से प्रेरित एक विशेष प्रतिमा भी तैयार की जा रही है, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलराम, सुभद्रा और कृष्ण की झलक देखने को मिलेगी.

प्राकृतिक मिट्टी से बन रहीं पर्यावरण अनुकूल मूर्तियां
कारीगरों द्वारा बनाई जा रही सभी प्रतिमाएं प्राकृतिक मिट्टी से तैयार की जा रही हैं. यह मिट्टी पानी में आसानी से घुल जाती है, जिससे जल प्रदूषण को रोका जा सके. इस पहल से भक्तों को आस्था के साथ-साथ प्रकृति के संरक्षण का भी संदेश मिलेगा. पर्यावरण के अनुकूल इन मूर्तियों की मांग लगातार बढ़ रही है.

आसपास के जिलों से भी बढ़ी मांग
अयोध्या ही नहीं, बल्कि सुल्तानपुर, गोंडा और आसपास के जिलों से भी लोग प्रतिमाएं बुक कर रहे हैं. स्थानीय खरीदार तुषार श्रीवास्तव ने कहा कि कारीगरों ने परंपरा और रचनात्मकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया है. उनका मानना है कि ये प्रतिमाएं पूजा को पवित्र बनाने के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान देंगी.

दशकों पुरानी पारिवारिक परंपरा
कई कारीगरों के लिए प्रतिमा निर्माण केवल पेशा नहीं, बल्कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी चली आ रही पारिवारिक परंपरा है. उनका कहना है कि अयोध्या जैसी धार्मिक नगरी में अपनी कला को प्रदर्शित करना उनके लिए गर्व की बात है. सभी प्रतिमाएं 27 अगस्त तक डिलीवरी के लिए तैयार हो जाएंगी.

कब है गणेश चतुर्थी 2025
इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त, बुधवार को मनाई जाएगी. शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त दोपहर 1:54 बजे से शुरू होकर 27 अगस्त शाम 3:44 बजे तक रहेगी. प्रतिमा स्थापना और पूजा का मुख्य दिन 27 अगस्त ही होगा. त्योहार की अवधि लगभग 10 दिनों की होगी और इसका समापन 6 सितंबर, शनिवार को अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के साथ होगा.

श्रद्धा और पर्यावरण का संगम
अयोध्या में इस बार गणेशोत्सव श्रद्धा, उत्साह और भव्यता का तो प्रतीक होगा ही, साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देगा. कोलकाता के इन कारीगरों की मेहनत से बनी प्रतिमाएं भक्तों के लिए एक विशेष आकर्षण बनेंगी और आने वाले वर्षों के लिए एक नई मिसाल कायम करेंगी.

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