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Bhagwan Brihaspati: बड़ी से बड़ी मुश्किलों को पल भर में हर लेते हैं भगवान श्री हरि, जानें विष्णु सहस्त्रनाम की महिमा और पाठ करने की उत्तम विधि

गुरुवार का दिन भगवान बृहस्पति का होता है और इस दिन उनकी पूजा का विधान है. श्री हरि को जगत का पालनहार कहा जाता है. भगवान विष्णु की पूजा सदा ही फलदायी है. जिसे नारायण की कृपा मिल जाए.

भगवान विष्णु भगवान विष्णु
हाइलाइट्स
  • गुरुवार का दिन भगवान बृहस्पति का होता है.

  • विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ कब करना चाहिए.

श्रद्धा और भक्ति में अद्भुत शक्ति होती है और विष्णु सहस्त्रनाम श्री हरि के भक्ति रस में डूब जाने के लिए सबसे कारगर और उपयोगी उपाय है. एक ऐसा मंत्र जिसमें श्रीहरि विष्णु के एक हज़ार नामों का मेल है. ज्योतिषी मानते हैं कि विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ नियम, संयम और विधि पूर्वक करने वाले भक्त की मुश्किलों को पल भर में भगवान श्री हरि हर लेते हैं. लक्ष्मीपति श्रीहरि विष्णु की अदभुत शक्तियों का समावेश विष्णु सहस्त्रनाम में है. माना जाता है कि विष्णु सहस्त्रनाम का विधि पूर्वक पाठ करने वाले भक्त की सभी मनोकामनाएं शीघ्रता से पूरी हो जाती हैं. ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि श्री हरि की कृपा शीघ्र पाने के लिए विष्णु सहस्त्रनाम सबसे कारगर और सटीक उपाय है.

विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ कब करना चाहिए. ये जानना भी  बेहद जरूरी है.

  • अगर कुंडली में बृहस्पति नीच राशि में हो या अत्यधिक कमजोर हो 

  • जब कुंडली में बृहस्पति 6वें, 8वें या 12वें भाव से भ्रमण कर रहा हो

  • जब कुंडली में बृहस्पति के कारण पेट या लिवर की समस्या हो 

  • जब संतान उत्पत्ति में या वैवाहिक जीवन में बाधा आ रही हो

विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने की सबसे उत्तम विधि

  • रोज प्रातः इसका पाठ करें और पाठ के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करें

  • पीले वस्त्र धारण करें, चने और गुड़ या पीली मिठाई का भोग लगाएं

  • बृहस्पतिवार शाम को नमक का सेवन ना करें

  • जितने भी दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें सात्विक वैष्णव भोजन ग्रहण करें

  • अगर संस्कृत भाषा में पाठ कठिन हो तो हिंदी में भी भगवान के नामों का जाप किया जा सकता है

विष्णु सहस्त्रनाम की महिमा
भगवान विष्णु सृष्टि के पालनकर्ता हैं.
इनकी पूजा उपासना से जीवन का निर्वाह सहज हो जाता है.
श्रीहरि की उपासना में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ सबसे ज्यादा फलदायी होता है.
श्री हरि की कृपा से सारे काम आसानी से बनने लगते हैं.
इसमें भगवान् के सहस्त्र नामों का उल्लेख है.
इसके अद्भुत श्लोक हर ग्रह और हर नक्षत्र को नियंत्रित कर सकते हैं.
बृहस्पति की पीड़ा को दूर करने के लिए इसका पाठ अमोघ होता है.
 

कामना पूरी करेंगे विष्णु भगवान
मानव जीवन से जुड़े सुख-दुख का चक्र श्रीहरि के हाथ में है. विष्णु सहस्त्रनाम के परम शक्तिशाली श्लोक आपके जीवन की हर बाधा, हर विपदा को दूर कर देंगे. विष्णु सहस्त्रनाम में भगवान श्री हरि के नामों की अद्भुत शक्ति है. जानकारों की मानें तो "विष्णु सहस्त्रनाम" का खास ग्रहों से भी संबंध है. और इसके पाठ से संबंधित ग्रह भी शुभ परिणाम देने लगते हैं. आगे हम आपको बताएंगे. विष्णु सहस्त्रनाम के पाठ की उत्तम विधि. साथ ही ये भी बताएंगे कि किन परिस्थितियों में आवश्यक है विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ.

जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु. जिन्होंने जब-जब धरती पर पाप का प्रभाव बढ़ा तब-तब धर्म की स्थापना के लिए अवतार लिया. श्री हरि को इसीलिए जगत का पालनहार कहा जाता है. भगवान विष्णु की पूजा सदा ही फलदायी है. जिसे नारायण की कृपा मिल जाए. भला उसे किस बात की चिंता लेकिन अगर आपके लिए भगवान विष्णु के मंत्र जाप कठिन हों तो किस मंत्र के जाप से बृहस्पति की कृपा मिल सकती है.


मंगलम भगवान विष्णु, मंगलम गरुणध्वज
मंगलम पुण्डरीकाक्ष:, मंगलाय तनोहरि: