
सहारनपुर में नवरात्रों के अवसर पर मां शाकुंभरी देवी की भक्ति का एक अनोखा नजारा देखने को मिला. यहां तीन श्रद्धालु स्केटिंग करते हुए माता के दरबार की ओर बढ़ रहे थे. हाथों में जलती हुई जोत लिए ये भक्त अपनी आस्था का अद्वितीय प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान भक्तिमय माहौल और उत्साह का अनोखा संगम देखने को मिला. राहगीरों और अन्य श्रद्धालुओं ने इस अनोखे अंदाज की खूब सराहना की.
लंबी दूरी की यात्रा, आस्था और उत्साह का संगम
नकुड़ निवासी रवीश राय ने बताया कि वह अपनी छह सदस्यीय टीम के साथ माता के दरबार की यात्रा पर निकले हैं. टीम के तीन सदस्य स्केटिंग कर रहे हैं जबकि बाकी तीन बाइक से सहयोग कर रहे हैं. उनकी पूरी यात्रा लगभग 65 से 70 किलोमीटर की है और इसका अधिकांश हिस्सा स्केटिंग के माध्यम से तय किया जाएगा.
उनकी यात्रा सुबह आठ बजे शुरू हुई थी और रवीश राय का कहना है कि माता की इच्छा अनुसार शाम तक वे दरबार में पहुंचने की उम्मीद रखते हैं. रवीश ने बताया, "स्केटिंग करते हुए यात्रा करना थोड़ा कठिन जरूर है, लेकिन मां की भक्ति और उत्साह के कारण यह कष्ट आनंद में बदल जाता है."
भक्ति का अनोखा अंदाज
तीनों श्रद्धालु रास्ते में जोत लेकर चल रहे थे और माता के जयकारों से वातावरण गूंज रहा था. उनके अनुसार यह केवल यात्रा नहीं, बल्कि मां के प्रति उनकी गहरी आस्था और समर्पण का प्रतीक है. लंबी दूरी को स्केटिंग से तय करना रोमांचक और चुनौतीपूर्ण दोनों है. रवीश राय का कहना है कि माता के दरबार तक पहुंचकर इस अनोखे सफर का महत्व और भी बढ़ जाएगा.
अन्य श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा
इस अनोखी यात्रा ने अन्य श्रद्धालुओं का ध्यान भी अपनी ओर खींचा. यह साबित करता है कि भक्ति जताने का तरीका चाहे जो भी हो, उसमें सच्ची श्रद्धा और भावनाएं सबसे अहम होती हैं.
(राहुल कुमार की रिपोर्ट)
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