Makar Sankranti Traditional Recipes
Makar Sankranti Traditional Recipes Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति उन चुनिंदा हिंदू त्योहारों में से एक है जो एक ही दिन में पूरे देश में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है. ये पर्व हर साल 14 जनवरी या 15 जनवरी को भारत के विभिन्न राज्यों में मनाया जाता है. मकर संक्रांति त्योहार सूर्य देवता या सूर्य देवता को समर्पित होता है. इस दिन अन्य अनाजों के अलावा, खिचड़ी, तिल और गुड़ से बने व्यंजन मुख्य रूप से खाए जाते हैं. आप मकर संक्रांति (makar sankranti dishes) पर इन सभी व्यंजनों को तैयार कर सकते हैं.
1. तिल के लड्डू
मकर संक्रांति के दौरान तिल के सेवन के पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक उद्देश्य है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, तिल भगवान विष्णु के शरीर से उत्पन्न होता है और कहा जाता है कि यह सभी पापों को धो देता है.
2. पूरन पोली
पूरन पोली मुख्य रूप से एक क्लासिक फ्लैटब्रेड है जिसमें कटा हुआ गुड़, पका हुआ और मैश किया हुआ चना दाल, और भुना हुआ बेसन होता है और इसके ऊपर पिघला हुआ घी डाला जाता है.
3. उड़द दाल कचौरी
स्वादिष्ट पकवान की फिलिंग उड़द की दाल, जीरा, कटी हुई हरी मिर्च, लाल मिर्च, हल्दी, और धनिया पाउडर और कुछ सौंफ के साथ तैयार की जाती है और अक्सर इसे तिलगुल वड़ी के साथ परोसा जाता है.
4. उंधियु
मकर संक्रांति के दौरान स्वादिष्ट गुजराती शाकाहारी व्यंजन बहुत जरूरी है. गुजराती लोग उंधियू और जलेबियों के साथ इस त्योहार को मनाते हैं.
5. मीठा पोंगल
चावल, गुड़, मूंग दाल और घी में काजू के साथ पकाया जाने वाला पारंपरिक सकराई पोंगल या मीठा पोंगल दक्षिण भारत के राज्यों में लंबे समय से महत्व रखता है.
6. कांगसुबी
मणिपुर में इस खाद्य व्यंजन को बनाया जाता है. इस खाद्य व्यंजन को तिल और गन्ने के जूस से बनाया जाता है और फिर छोटे-छोटे टुकड़ों में इसे काटकर सर्व किया जाता है.
7. खिचड़ी
इस पर्व पर पीले चावल का खास महत्व है. उत्तर भारत में इस खाद्य व्यंजन के बगैर इस त्योहार को नहीं मनाया जाता. अच्छे स्वाद के लिए खिचड़ी में कुछ हरी सब्जियां भी डाली जाती हैं. सूर्य देव को सबसे पहले इस त्योहार पर खिचड़ी का भोग लगाया जाता है. उसके बाद उसे लोगों को प्रसाद के रूप में दिया जाता है.
इसके साथ देश के कई इलाकों में नई कटी हुई फसलों का उपयोग करके बहुत सारे पारंपरिक खाने की चीज़ें तैयार की जाती हैं. इसके साथ उस खाने की चीज को सूर्य भगवान को भी चढ़ाया जाता है.