

सावन का पवित्र महीना चल रहा है और इस दौरान देशभर में कांवड़ यात्रा का उत्साह अपने चरम पर है. लाखों शिवभक्त कांवड़ लेकर गंगा जल लाने और भगवान शिव को अर्पित करने के लिए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले की पुलिस एक अनूठी मिसाल पेश कर रही है. हापुड़ पुलिस न केवल कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है, बल्कि उनके ज़ख्मों पर मरहम लगाते हुए और उनकी सेवा करके एक भावनात्मक जुड़ाव भी स्थापित कर रही है.
कांवड़ियों की सेवा में जुटी पुलिस-
हापुड़ के हाफिजपुर और थाना हापुड़ देहात क्षेत्र में कांवड़ शिविरों में पुलिसकर्मियों का सेवा भाव देखते ही बनता है. ये पुलिसकर्मी दिन-रात कांवड़ मार्ग पर तैनात हैं, जहां वे न सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रख रहे हैं, बल्कि थके-हारे और ज़ख्मी कांवड़ियों की मदद भी कर रहे हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान पैरों में छाले, छोटी-मोटी चोटें, और थकान आम बात है. ऐसे में हापुड़ पुलिस ने इन शिवभक्तों के लिए प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी की है. पुलिसकर्मी कांवड़ियों के ज़ख्मों पर मरहम-पट्टी कर रहे हैं, उन्हें पानी और अन्य ज़रूरी सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं.
कांवड़ियों की समस्याओं का हो रहा तुरंत समाधान-
हापुड एसपी ज्ञानंजय सिंह के निर्देश पर सभी थाना प्रभारी स्वयं कांवड़ शिविरों में मौजूद रहकर व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं. वे कांवड़ियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं और तुरंत समाधान उपलब्ध करा रहे हैं. कांवड़ मार्ग पर तैनात पुलिसकर्मी हर कदम पर शिवभक्तों के साथ खड़े हैं. चाहे वह आगरा-हापुड़ हाईवे हो या फिर अन्य कांवड़ मार्ग, पुलिस की सक्रियता हर जगह दिखाई दे रही है.
बोल बम के नारे से कांवड़ियों की विदाई-
सावन के इस पवित्र महीने में जब कांवड़ियों के जत्थे 'बम बम भोले' और 'बोल बम' के जयकारों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, तब हापुड़ पुलिस उनके उत्साह को और बढ़ा रही है. जब कांवड़ियों के जत्थे अपने गंतव्य की ओर रवाना होते हैं, तो पुलिसकर्मी 'बोल बम' के नारों के साथ उन्हें विदाई दे रहे हैं. यह दर्शाता है कि पुलिसकर्मी केवल अपनी ड्यूटी ही नहीं निभा रहे, बल्कि इस पवित्र यात्रा में एक सहभागी की तरह शामिल हो रहे हैं. कांवड़ यात्रा में शामिल शिवभक्तों का कहना है कि पुलिस की यह सेवा उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं.
(देवेंद्र शर्मा की रिपोर्ट)
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