भारत में एक बार फिर चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह खण्डग्रास चन्द्रग्रहण होगा. इसका आरम्भ 28-29 अक्टूबर की मध्य रात्रि में होगा. यह 28 तारीख को रात्रि 11.31 पर आरम्भ होगा. यह ग्रहण अपनी पूर्णता पर रात्रि 01.44 बजे होगा. ग्रहण 29 तारीख को प्रातः 03.56 पर समाप्त होगा.
ज्योतिष के अनुसार यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगेगा और भारत वर्ष में दृश्य होगा. इसका सूतक 28 अक्टूबर को दोपहर 02.51 पर आरम्भ होगा. सूतक का समापन ग्रहण के समापन के साथ हो जायेगा.
चन्द्र ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए:
इस काल में प्रयास करें कि आप कोई आहार ग्रहण न करें. इस समय में जिस भी ईश्वर के स्वरुप की उपासना करते हों उसकी उपासना करें. अन्यथा इस समय में भगवान के नाम का भजन कीर्तन करें. ग्रहण काल के समाप्त हो जाने के बाद सम्भव हो तो स्नान कर लें.
हाथ-पैर धोकर कुछ न कुछ दान का संकल्प करें. प्रातः काल किसी निर्धन या जरूरतमंद व्यक्ति को संकल्प किया हुआ दान करें. ग्रहण के नियम बीमार , वृद्ध और बच्चों पर लागू नहीं होते.
चन्द्रग्रहण पर किस तरह की सावधानियां रखनी चाहिए:
चंद्रग्रहण के बाद क्या करें: