scorecardresearch

गणपति बप्पा को हर साल दिया जाता है गार्ड ऑफ ऑनर, 111 साल पुराने मंदिर में परंपरा कायम

मेहसाणा का यह गणपति मंदिर न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां की गार्ड ऑफ ऑनर परंपरा इसे और भी खास बना देती है. सौ साल से अधिक पुरानी इस परंपरा को देखकर हर भक्त गर्व महसूस करता है.

Ganpati bappa Ganpati bappa

गुजरात के मेहसाणा जिले का एक ऐसा गणपति मंदिर है, जो अपनी अनोखी परंपरा के लिए पूरे राज्य में चर्चित है. यहां गणपति बप्पा को हर साल पुलिस विभाग की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है. खास बात यह है कि गुजरात में यह इकलौता मंदिर है, जहां यह परंपरा आज भी निभाई जाती है.

गायकवाड़ काल से शुरू हुई परंपरा

मेहसाणा के मुख्य बाजार में स्थित सिद्धि विनायक गायकवाड़ गणपति मंदिर करीब 111 साल पुराना है. ऐतिहासिक दस्तावेज़ों के अनुसार, गायकवाड़ राजवंश के समय से ही यहां गणेशोत्सव पर गणपति बप्पा को गार्ड ऑफ ऑनर देने की परंपरा शुरू हुई थी. गायकवाड़ परिवार खुद गणपति बप्पा के बड़े भक्त थे. उन्होंने ही गणपति बप्पा को सम्मान देने के लिए यह परंपरा शुरू की थी.

आज भी हर साल गणेश चतुर्थी के मौके पर यह परंपरा कायम रखी जाती है. मेहसाणा पुलिस द्वारा बप्पा को सलामी दी जाती है और पूरे विधि-विधान से गणेशोत्सव का शुभारंभ किया जाता है.

गणेशोत्सव की शुरुआत

गणेश चतुर्थी के पहले दिन, मेहसाणा में गायकवाड़ गणपति मंदिर में बप्पा की विशेष पूजा और आरती के बाद पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित रहे. मंदिर ट्रस्ट की ओर से जानकारी दी गई कि हर साल यहां मिट्टी की बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाती है और 6 दिनों तक धूमधाम से गणेशोत्सव मनाया जाता है.

बाबूपुरी गोस्वामी, मंदिर के ट्रस्टी ने बताया, “गायकवाड़ काल से शुरू हुई यह परंपरा हमारे लिए आस्था का प्रतीक है. पुलिस विभाग हर साल बप्पा को गार्ड ऑफ ऑनर देकर इस विरासत को जिंदा रखे हुए है.”

गणमान्य अतिथियों ने की पूजा

उत्सव की शुरुआत के मौके पर इस बार भी कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. इनमें सांसद मयंक नायक, सांसद हरिभाई पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित कई जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आकर बप्पा की पूजा-अर्चना की.

महंत श्री लालजी महाराज ने बताया, “यह परंपरा केवल मेहसाणा ही नहीं, बल्कि पूरे गुजरात के लिए गौरव की बात है. गायकवाड़ परिवार ने जो शुरुआत की थी, वह आज भी श्रद्धा और भक्ति के साथ निभाई जा रही है.”

धूमधाम से मनाया जाएगा उत्सव

गणेशोत्सव के दौरान मंदिर परिसर में 6 दिन तक विशेष कार्यक्रम होंगे. हर शाम भजन-कीर्तन, पूजा-अर्चना और आरती आयोजित की जाएगी. बड़ी संख्या में श्रद्धालु बप्पा के दर्शन करने पहुंचेंगे.

मेहसाणा का यह गणपति मंदिर न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां की गार्ड ऑफ ऑनर परंपरा इसे और भी खास बना देती है. सौ साल से अधिक पुरानी इस परंपरा को देखकर हर भक्त गर्व महसूस करता है. इस बार भी गणेशोत्सव का शुभारंभ बप्पा को सलामी देकर किया गया, और पूरे शहर में भक्ति का माहौल देखने को मिला.

(मनीष मिस्त्री की रिपोर्ट)