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Pushya Nakshatra: पुष्य नक्षत्र का महासंयोग! दिवाली से पहले खरीदारी का शुभ समय, जानें राशियों के अनुसार क्या खरीदें?

पुष्य नक्षत्र का शुभ समय शुरू हो चुका है, जो 15 अक्टूबर की शाम 4:49 बजे तक रहेगा. पुष्य नक्षत्र का महासंयोग दिवाली से पहले खरीदारी के लिए शुभ समय लेकर आया है. जानें राशियों के अनुसार क्या खरीदें और कैसे करें निवेश?

Gold Purchasing (Photo Credit: Getty Images) Gold Purchasing (Photo Credit: Getty Images)

पुष्य नक्षत्र का शुभ समय शुरू हो चुका है, जो 14 अक्टूबर की शाम 5:28 बजे से 15 अक्टूबर की शाम 4:49 बजे तक रहेगा. इस दौरान खरीदारी और निवेश के लिए यह समय बेहद शुभ माना गया है, ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद शुक्ला ने बताया कि पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है और यह सभी शुभ कार्यों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है. आइए इस महासंयोग के बारे में विस्तार से जानते हैं. 

पुष्य नक्षत्र का महत्व
पुष्य नक्षत्र को ज्योतिष शास्त्र में सबसे शुभ नक्षत्र माना गया है. इसके देवता गुरु बृहस्पति और स्वामी ग्रह शनि हैं. इस नक्षत्र में किए गए कार्य स्थायी और समृद्धि देने वाले होते हैं. ऋग्वेद में इसे तिष्य यानी शुभ तारा कहा गया है. पुष्य नक्षत्र के दौरान सोना, चांदी, प्रॉपर्टी, वाहन और अन्य कीमती वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है. इस समय किए गए निवेश और खरीदारी से दीर्घकालिक लाभ मिलता है.

राशियों के अनुसार खरीदारी के सुझाव
1. मेष राशि: स्वर्ण या अन्य कीमती वस्तुएं खरीदें.
2. वृषभ राशि: चांदी से संबंधित वस्तुएं खरीदें.
3. मिथुन राशि: चांदी, स्वर्ण या तांबे से संबंधित वस्तुएं खरीदें.
4. कर्क राशि: प्रॉपर्टी में निवेश करें.
5. सिंह राशि: घर की सजावट का सामान या इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं खरीदें.
6. कन्या राशि: शेयर मार्केट में निवेश करें.
7. तुला राशि: व्यापार में निवेश करें और चांदी से संबंधित वस्तुएं खरीदें.
8. वृश्चिक राशि: भूमि, भवन, वाहन और शेयर बाजार में निवेश करें.
9. धनु राशि: मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की आराधना करें.
10. मकर राशि: प्रॉपर्टी और कंस्ट्रक्शन में निवेश करें.
11. कुंभ राशि: इलेक्ट्रिकल और लोहे से संबंधित व्यापार में निवेश करें.
12. मीन राशि: सोना, चांदी और आभूषण खरीदें.

बाजारों की रौनक
दिल्ली और जयपुर के बाजारों में खरीदारी का माहौल देखने को मिला. ज्वेलरी स्टोर्स पर ग्राहकों की भीड़ नजर आई. जयपुर के एक ज्वेलरी स्टोर पर ग्राहकों ने बताया कि सोने और चांदी के बढ़ते दामों के बावजूद लोग खरीदारी कर रहे हैं.

पुष्य नक्षत्र का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व
सनातन धर्म के ग्रंथों में पुष्य नक्षत्र को शुभ और कल्याणकारी बताया गया है. ऋग्वेद में इसे मंगलकारी तारा कहा गया है. इस नक्षत्र में किए गए धार्मिक अनुष्ठान पुण्यदायक होते हैं.

विशेष योग: मंगल पुष्य और बुध पुष्य
मंगलवार को पुष्य नक्षत्र पड़ने पर इसे मंगल पुष्य योग कहा जाता है, जो धनवृद्धि का कारक होता है. बुधवार को इसे बुध पुष्य योग कहा जाता है, जो सर्वार्थ सिद्धि देने वाला होता है.

निवेश और खरीदारी के लिए सुझाव
पंडित अरविंद शुक्ला ने बताया कि इस समय निवेश और खरीदारी से दीर्घकालिक लाभ मिलेगा. उन्होंने यह भी सलाह दी कि विवाह जैसे मांगलिक कार्य इस नक्षत्र में नहीं करने चाहिए. ब्रह्मा के श्राप के कारण इस नक्षत्र में विवाह को छोड़कर सभी मांगलिक कार्य फलीभूत होते हैं. पुष्य नक्षत्र का यह महासंयोग दिवाली से पहले खरीदारी और निवेश के लिए एक सुनहरा अवसर है. इस शुभ समय का लाभ उठाकर आप अपने जीवन में समृद्धि और सुख-शांति ला सकते हैं.