
आज अयोध्या में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर पूजा अर्चना की और रामलला के दर्शन किए. इससे पहले, उन्होंने हनुमानगढ़ी मंदिर में भी पूजा की थी. इस कार्यक्रम में 121 आचार्यों ने वेद मंत्रों का उच्चारण किया और पूरे विधि विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया संपन्न की. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे, जो इस अद्भुत दृश्य के साक्षी बने.
योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन
आज का दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए विशेष था, क्योंकि यह उनका जन्मदिन भी था. उन्होंने अपने जन्मदिन को अयोध्या में प्रभु श्रीराम के चरणों में मनाया. इस अवसर पर उन्होंने हनुमानगढ़ी मंदिर में हनुमान जी का आशीर्वाद लिया और रामलला के दर्शन किए.
भक्तों का उत्साह
राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे. भक्तों की आंखों में खुशी के आंसू थे और हर कोई इस अद्भुत दृश्य का साक्षी बनना चाहता था. अयोध्या नगरी को दिव्य सजावट से सजाया गया था, जिससे हर चेहरा खिला हुआ नजर आ रहा था.
राम दरबार की सजावट
राम दरबार की सजावट अद्भुत थी. भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियों को विशेष वस्त्र और आभूषण पहनाए गए थे. इन मूर्तियों को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया. प्राण प्रतिष्ठा के दौरान 1975 मंत्रों का उच्चारण किया गया. इस अनुष्ठान में काशी और अयोध्या के महंतों ने भाग लिया.
वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ ही राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई. इस कार्यक्रम के दौरान भक्ति और आस्था का माहौल था. भक्तों ने भगवान राम के भजन गाए और उनकी महिमा का गुणगान किया. इस अवसर पर बच्चों ने भी भक्ति गीत गाए, जिससे माहौल और भी पवित्र हो गया.
योगी आदित्यनाथ का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा, 'आज का दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा से अयोध्या नगरी में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है.' उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए धन्यवाद दिया.