
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस अवसर पर रामनगरी में भव्य उत्सव का माहौल है. सरयू तट से कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें महिलाएं तुलसी घाट से कलश में जल भरकर श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पहुंचीं. अब विधिवत अनुष्ठान प्रारंभ हो जाएगा, जिसमें 5 जून को रामदरबार समेत आठ मंदिरों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा होगी.
भक्ति और भजन का माहौल
रामनगरी में भक्ति की अद्भुत बयार बह रही है. इस पावन मौके पर राजा राम को समर्पित भजनों की धूम मची हुई है. 'राम राम राम, सीता राम, सीता राम राम' जैसे भजनों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के इस अवसर पर हनुमान जी की भी विशेष पूजा-अर्चना की गई. 'जय हनुमान, जय हनुमान' के जयकारों से पूरा अयोध्या गूंज उठा. भक्तों ने हनुमान जी की महिमा का गुणगान किया और संकटमोचन हनुमान जी से आशीर्वाद मांगा.
रामायण के प्रसंगों की प्रस्तुति
इस विशेष अवसर पर रामायण के विभिन्न प्रसंगों की भी प्रस्तुति दी गई. 'श्री राम जय राम जय जय राम' जैसे भजनों के साथ रामायण के महत्वपूर्ण प्रसंगों को प्रस्तुत किया गया, जिससे भक्तों को रामायण की महिमा का अनुभव हुआ. अयोध्या में इस समय उत्सव का माहौल है. रामनगरी में हर ओर भक्ति और उल्लास का वातावरण है. भक्तगण इस पावन अवसर पर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होकर अपने जीवन को धन्य मान रहे हैं.