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भुवनेश्वर में सुका-सरी मंदिर के पास खुदाई में निकला 10वीं शताब्दी के मंदिर का अवशेष

प्रसिद्ध लिंगराज मंदिर से उत्तर दिशा और बिंदुसागर झील के बीच स्थित सुका-सरी मंदिर के पास एक प्राचीन मंदिर का आधारभूत अवशेष मिला है. इस मंदिर का अवशेष लगभग 10वीं शताब्दी का है जो कि धरातल से 8-9 फिट गहराई में है.

सुका सरी मंदिर सुका सरी मंदिर
हाइलाइट्स
  • मंदिर के पास खुदाई में निकला 10वीं शताब्दी के मंदिर का अवशेष

  • यहां पर 50 साल पहले संस्कृत कॉलेज चलाया जा रहा था

लिंगराज मंदिर से उत्तर दिशा और बिंदुसागर झील के बीच स्थित सुका-सरी मंदिर के पास एक प्राचीन मंदिर का आधारभूत अवशेष मिला है. इस मंदिर का अवशेष लगभग 10वीं शताब्दी का है जो कि धरातल से 8-9 फिट गहराई में है और यह लिंगराज मंदिर से प्राचीन मालूम पड़ता है. जिस जगह पर इस प्राचीन मंदिर का अवशेष मिला है वहाँ करीब 50 साल पहले संस्कृत कॉलेज चलाया जा रहा था.

सुका- सरी से बिंदुसागर झील तक कई मंदिर मिट्टी के नीचे दबे

मल्लिक ने विस्तार से कहा कि अवैध अतिक्रमण और निर्माण की वजह से सुका-सरी मंदिर परिसर से बिंदुसागर झील तक कई मंदिर मिट्टी के नीचे दब गए हैं. जिसे लगातार समय के अनुकूल खुदाई कर सार्वजनिक किया जा रहा है. कोरोना काल की वजह से काम को बंद करना पड़ा था लेकिन अब दोबारा खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है. प्राचीन मंदिरों के संरक्षण और खुदाई कर सार्वजनिक करने के लिए हमे केंद्र व राज्य सरकार का सहयोग मिलता रहा है.

एक साल के अंदर के अंदर तीन प्राचीन मंदिरों का अवेशेष मिला

मल्लिक ने कहा कि ओड़िशा सरकार द्वारा एकमरा क्षेत्र परिसर को वैश्विक रुप से सौंदर्यीकरण के दौरान हमें कई प्राचीन मंदिरों का अवशेष मिला. जिसके बाद हम लगातार एकमरा क्षेत्र परिसर में खुदाई कर प्राचीन मंदिरों के अवशेष को धरातल पर ला रहे हैं. अब तक हमनें एक साल के अंदर तीन-चार मंदिरो के आधारभूत व संरचना को सार्वजनिक किया है.

मल्लिक ने कहा कि मुख्यता एएसआई द्वारा खुदाई का कार्य सितंबर, अक्टूबर और नवंबर तीन महीनों के दौरान किया जाता है. ऐसे समय में हम मौसम के अनुकूल प्राचीन पुरातत्व या मंदिर के संरचनाओं का सावधानी से खुदाई कर सार्वजनिक करते है.