Sawan Pooja 2025: शिवलिंग पर जरूर चढ़ाए ये 10 चीजें, खूब कृपा बरसाएंगे भोलेनाथ
सावन में व्रत और विधि-विधान से पूजा-पाठ करने से घर में सुख समृद्धि और शांति आती है. सावन में शिवलिंग पर यह 10 चीजें चढ़ाकर भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा पा सकते हैं.
11 जुलाई से सावन का शुभारंभ हो चुका है. कई लोग इस बात को लेकर सोच में रहते है कि, आखिर क्या-क्या भगवान शिव को चढ़ाना चहिए जिससे भगवान की विशेष कृपा प्राप्त हो सके. चलिए जानते हैं कि वह 10 चीजें क्या हैं जिसके भोग से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.
सावन का महीना शिव भक्तों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होता. पूरे सावन मास भगवान शंकर की पूजा-अर्चना की जाती है. हर मंदिर से आरती, पूजा-पाठ की अवाज आती है. यह आवाज मन को शांति देती है और शिव भक्तों के लिए सावन उत्सव की तरह होता है.
कई लोग तो घर में ही भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं. ऐसे में हर शिव भक्तों के मन में कोई न कोई तमन्ना होती है, जिसके लिए वह विशेष व्रत या पूजा-पाठ का संकल्प लेते हैं. सावन में व्रत और विधि-विधान से पूजा-पाठ करने से घर में सुख समृद्धि और शांति आती है.
सावन में शिवलिंग पर यह 10 चीजें चढ़ाकर भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा पा सकते हैं.
सब से पहले भगवान भोले की मूर्ति या फोटो पूरे सावन के लिए मंदिर या घर में किसी साफ जगह स्थापित करें.
सनातन धर्म में फूल का विशेष महत्व है. पूरे सावन भगवान शिव को बेला और मोगरा का फूल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.
जैसे भगवान विष्णु को तुलसी प्रिय है, वैसे ही भगवान शिव बेल पत्री चढ़ाने से सब से ज्यादा प्रसन्न होते हैं. कम से कम 3, 5,11 या 21, 51,101 बेल पत्री शिवलिंग को अर्पण करें.
कम से कम एक धतूरे का भोग भगवान को जरूर चढ़ाए. धतूरा भगवान शंकर को बहुत प्रिय है.
शहद का लेप शिवलिंग को चढ़ाना अत्यन्त शुभ माना गया है. मान्यता है कि शहद का भोग लगाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.
दीपक शुभ शगुन का प्रतीक माना गया है. दीपक की लौ मन से अंधकार को साफ करती है. भगवान को सुंदर सजा कर दीपक जलाए.
सुगंधित धूप और इत्र से सजा कर भगवान का ध्यान करें. सुगंध में भगवान का बास माना गया है.
गंगाजल के बिना भगवान की पूजा अधूरी होती है. सावन में गंगाजल चढ़ाने से भगवान सब से ज्यादा खुश होते हैं.
सावन मास में भगवान शिव को दूध चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
फल और प्रसाद का भोग लगाकर भगवान की पूजा अर्चना करें.पूजा के बाद भोग को बाट कर खुद भी ग्रहण करने से भगवान की कृपा प्राप्त तो होती ही है, मां पार्वती और भगवान शिव दोनों प्रसन्न भी होते हैं और आशीर्वाद परिवार पर बनाए रखते हैं.