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Diwali 2022: जानिए दिवाली में क्यों जलाया जाता है दीपक, इसके पीछे क्या है विज्ञान का तर्क

दिवाली दीपों का त्योहार है. इस दिन देश भर में दिए जलाकर उत्सव मनाया जाता है. दिए जलाने का पौराणिक और धार्मिक महत्व तो है ही, साथ ही वैज्ञानिकों ने भी इसका अलग महत्व बताया है.

जानिए दिवाली में क्यों जलाया जाता है दीपक जानिए दिवाली में क्यों जलाया जाता है दीपक
हाइलाइट्स
  • दीये जलाने से वायु शुद्ध होती है

  • देसी घी का दीपक कीटाणुओं को मारता है

दीपावली के दिन हर घर जलते हुए दीपक से जगमगाता है. ऐसे में कई लोग यह सवाल भी उठाते हैं कि आखिर इतने दीये जलाकर बेवजह पैसा क्यों खर्च किया जाए. आपको बता दें कि इन दीयों को जलाने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है. जी हां, इसके अलावा भी दिवाली मनाने के पीछे कई अहम कारण हैं. जैसे राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षिक और धार्मिक. दीपावली का दिन कार्य सिद्धि के लिए विशेष माना जाता है. मान्यता के अनुसार इस दिन वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है. दैवी शक्ति पूरे ब्रह्मांड में व्याप्त है. आइए जानते हैं दीया जलाने के वैज्ञानिक महत्व के बारे में.

रसायन शास्त्र ने भी की है दीया जलाने के लाभों की पुष्टि  
रसायन विज्ञान के प्रख्यात प्रोफेसरों के अनुसार सरसों के तेल में ऐसे तत्व होते हैं, जो पर्यावरण में मौजूद रसायनों के साथ प्रतिक्रिया करते हैं और जहरीले तत्वों, कीड़ों, कीटाणुओं आदि को मारने में सहायक होते हैं. 

दीये जलाने से वायु शुद्ध होती है
दीया जलाने से वातावरण में नमी भी बढ़ती है. वहीं, अधिक दीये जलाने से वातावरण का तापमान बढ़ जाता है. सर्दियों के दौरान हवा भारी होती है. दीया जलाने से वह हल्का और साफ हो जाता है. 

देसी घी का दीपक कीटाणुओं को मारता है
वैसे आजकल देसी घी के दीये जलाना आसान नहीं है, खासतौर पर गाय का घी. लेकिन आपको बता दें कि गाय के देसी घी का दीपक जलाने से वातावरण शुद्ध रहता है, क्योंकि देसी गाय के दूध से बना घी कीटाणुओं को मारता है. डॉक्टर बताते हैं कि वातावरण को स्वच्छ रखने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है.