
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित 45 दिन का महाकुंभ अब अपने समापन की ओर है. आज यानी बुधवार को महाकुंभ का आखिरी दिन है. महाशिवरात्रि के अवसर पर ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर लेना चाहते हैं. इस बार महाकुंभ में 65 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं. प्रयागराज में मुसलसल भीड़ होने के बावजूद कई लोग ऐसे हैं जो महाकुंभ में शामिल नहीं हो सके.
ऐसे में जो लोग खुद महाकुंभ तक नहीं पहुंच सके, उन्होंने महाकुंभ को अपने घर लाने के कई अनूठे इंतज़ाम किए हैं. कुछ दिन पहले जहां गोरखपुर की एक जेल में कैदियों के स्नान के लिए उन तक संगम का पानी पहुंचाया गया था, वहीं अब ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी ने भी यही तरीका अपनाया है.

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चैरी काउंटी सोसाइटी (Cherry County Society) के निवासियों ने बुधवार को महाशिवरात्रि वाले दिन अनोखे तरीके से महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई. लोगों ने सोसाइटी के स्विमिंग पूल में ही संगम से आए जल को डाल दिया. और इसके बाद सभी ने उसी स्विमिंग पूल में आस्था की डुबकी लगाई.
कैसे पहुंचा सोसाइटी तक जल?
सोसाइटी के निवासी मनीष त्रिपाठी जब महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाकर लौटे तो अन्य निवासियों ने उन्हें श्रद्धा से स्पर्श किया. उनका मानना था कि मनीष त्रिपाठी के महाकुंभ स्नान के बाद उनके संपर्क में आने से उन्हें भी पुण्य मिलेगा. कुछ लोगों ने इसे अपनी आस्था की डुबकी मान लिया और महाकुंभ जाने की कमी को इस अनूठे तरीके से पूरा किया.

इस श्रद्धा को देखकर मनीष इतने भावुक हुए कि उन्होंने महाकुंभ से लाया गंगाजल अपनी सोसाइटी के स्विमिंग पूल में डालकर निवासियों को स्नान कराने का विचार किया. इसके बाद महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर सैकड़ों निवासियों ने पूल में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया.
उनका मानना था कि यह स्नान किसी तरह से गंगा स्नान से कम नहीं है. सोसाइटी के लोगों का कहना था कि वे महाकुंभ नहीं जा पाए लेकिन इस पहल के माध्यम से उन्होंने भी आस्था की डुबकी लगा ली.
"यह भी गंगा स्नान जैसा ही..."
सोसाइटी के निवासी इस तरह महाकुंभ अनुभव करके बेहद खुश हुए. यह उनके लिए गंगा में डुबकी लगाने से कम नहीं था. एक निवासी ने जीएनटीटीवी से कहा, "महाकुंभ जाना संभव नहीं था, लेकिन इस स्विमिंग पूल में गंगाजल डालकर स्नान करना हमारे लिए गंगा में स्नान करने जैसा अनुभव था."

आज महाशिवरात्रि के दिन इस अनूठे स्नान को करना श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव बन गया. इस तरह, चैरी काउंटी के निवासियों ने न केवल महाशिवरात्रि का पर्व मनाया, बल्कि महाकुंभ के अंतिम दिन पुण्य स्नान भी कर लिया.