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Acchi Baat: प्रभु की शरण में है अद्भुत सुख, देखिए अच्छी बात धीरेंद्र शास्त्री के साथ

अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं कि शबरी का विवाह तय हुआ था. विवाह के लिए पशुओं को बलि हेतु लाया गया, जिसे देखकर शबरी ने गृहस्थ जीवन त्यागने का निर्णय लिया. उन्होंने रात में घर छोड़कर सभी जानवरों को बंधन मुक्त कर दिया. जंगल में भटकते हुए वह मतंग मुनि के आश्रम पहुंची और छिपकर सेवा करने लगीं. मुनि ने उनकी सेवा भावना देखकर उन्हें अपनी बेटी माना. अपने अंतिम समय में मतंग मुनि ने शबरी को वचन दिया, "तू चिंता मत कर तेरे घर राम आएँगे." इस गुरु वचन पर शबरी ने अटूट विश्वास रखा और वर्षों तक राम की प्रतीक्षा की. उनकी भक्ति और गुरु के वचन के कारण ही राम स्वयं उनकी कुटिया में आए. इस कथा में जीव हत्या को पाप बताया गया है, जिसमें कहा गया है कि किसी को मारकर अपना पेट भरना सबसे बड़ा निर्दयता है. यह कथा गुरु के वचनों पर विश्वास और निस्वार्थ भक्ति का महत्व दर्शाती है, साथ ही जीवन की क्षणभंगुरता और सांसारिक रिश्तों की नश्वरता पर भी प्रकाश डालती है. देखिए अच्छी बात.