अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री अर्जुन और हनुमान के बीच हुई एक शर्त के बारे में बता रहे हैं. अपने धनुर्विद्या के अहंकार में अर्जुन ने हनुमान जी को चुनौती दी कि वह बाणों से ऐसा पुल बना सकते हैं जो किसी का भी भार सह ले. शर्त यह थी कि अगर पुल टूटा तो अर्जुन अपने प्राण त्याग देंगे. कथावाचक के अनुसार, अर्जुन ने कहा, 'अगर हम पुल बनाएंगे बाणों से और तुम चल करके जाना अगर पुल टूट जाएगा तो हम क्षत्रिय हैं, हम प्राण ले करके कहते हैं तुरंत चिता में जल करके अपने प्राण त्याग देंगे.' पहली बार में हनुमान जी के पैर रखते ही पुल टूट गया, जिसके बाद भगवान कृष्ण को ब्राह्मण वेश में आकर अर्जुन के प्राणों की रक्षा करनी पड़ी और उनका घमंड दूर करना पड़ा. इस घटना के बाद ही हनुमान जी ने महाभारत युद्ध में अर्जुन के रथ की ध्वजा पर विराजमान होने का वचन दिया.