अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री जामवंत जी की बुद्धिमत्ता और हनुमान जी के युवा जोश के उदाहरण से समझाया गया है कि कैसे विचार और कार्य का मेल क्रांति ला सकता है. सुंदरकांड की पहली चौपाई का मूल मंत्र यही है कि हनुमान जी ने बड़ों से विचार लिए और जवानी के जोश में कार्य किया, जिससे वे चारों युगों में पूजे जाने लगे. समाज में जो लोग केवल विचार करते हैं या केवल कार्य करते हैं, वे आधे सफल होते हैं. देखिए अच्छी बात.