अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं कि जिस पर राम जी की कृपा होती है, उस पर सबकी कृपा होती है. जीवन में दो तरह से रहा जा सकता है. अपने बल पर भगवान के चरण पकड़कर या प्रभु के भरोसे उनके चरणों में डले रहकर, जैसे बिल्ली का बच्चा अपनी माँ पर निर्भर रहता है. जब संसार में संकटों की वर्षा हो, तब हनुमान जी की छत्रछाया लेकर निकलना चाहिए, क्योंकि हनुमान जी की सहायता से कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता. एक संत कहते थे कि जिंदगी किसी के काम आने के लिए मिली थी, पर वक्त चंद कागज कमाने में बीत रहा है. भगवान शंकर स्वयं हनुमान जी का ही एक रूप हैं. राम जी का चरित्र दुनिया में अद्वितीय है. रावण वध के बाद जब मंदोदरी राम जी से मिली, तो राम जी ने एक स्त्री की छाया देखकर भी उन्हें माँ कहकर संबोधित किया. देखिए अच्छी बात.