अच्छी बात के इस एपिसोड में पंडित धीरेंद्र शास्त्री जीवन के सफर की तुलना एक रेलगाड़ी से की है, जिसमें अच्छे कर्मों को यात्रा का टिकट बताया गया है और सांसों को इसका ईंधन, प्रवचन में कहा गया है, 'अगर हम लोगों के पास ज़िन्दगी में अच्छे कामों की टिकट न हो तो काले काले जमके दूत आएँगे और धक्का मार कर तुम्हे नरक में भेज देंगे.' इस सत्संग में यह भी समझाया गया है कि दुनिया के रिश्ते स्वार्थ पर आधारित होते हैं, जो ट्रेन के यात्रियों की तरह अपनी ज़रूरत पूरी होने पर उतर जाते हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इस बात पर जोर दिया कि जीवन के हर दुःख का समाधान और असली आनंद केवल राम के नाम का सहारा लेने में ही है. देखिए अच्छी बात.