भाद्रपद मास में श्रीहरि की उपासना का विधान है और इसी समय अजा एकादशी आती है. हिंदू परंपरा में एकादशी को पुण्य कार्य और भक्ति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन व्रत, पूजन और स्नान दान से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं. संतान से जुड़ी समस्याओं और विशेष मनोकामनाओं के लिए इस पुण्यदायी तिथि पर खास उपाय बताए गए हैं. भगवान सिर्फ भाव के भूके होते हैं, इसलिए निर्मल मन से भगवान लक्ष्मीनारायण का पूजन करने से संतान से संबंधित सभी बाधाएं दूर होती हैं. माता लक्ष्मी अपने बच्चों पर सदैव आशीर्वाद दें, इसके लिए भगवान श्रीहरि विष्णु और महालक्ष्मी दोनों की उपासना करनी चाहिए. भगवान को तुलसी मंजरी और प्रसाद अर्पित करने से वंश की वृद्धि होती है. अजा एकादशी पर दान का विशेष महत्व है.