ज्योतिषास्त्र में फूलों को मनोकामना पूर्ति का साधन माना जाता है. इन फूलों के रंगों से ही जीवन में सफलता के रंग भरे जा सकते हैं. फूलों के प्रयोग से संकटों का समाधान संभव है. शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए, वैवाहिक समस्याओं को दूर करने के लिए और धन की किल्लत समाप्त करने के लिए फूलों के महाउपाय बताए गए हैं. करियर में सफलता और समाज में मान-सम्मान पाने के लिए भी रंग-बिरंगे फूलों का प्रयोग किया जाता है. नवग्रह की बाधाओं के लिए अलग-अलग रंगों के फूलों का उपयोग होता है, साथ ही ईश्वर के विभिन्न स्वरूपों की उपासना भी अलग-अलग फूलों से की जाती है. शिक्षा में सफलता और प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होने के लिए माता सरस्वती को पीले और सफेद पुष्प, विशेषकर गेंदे का पीला फूल, अर्पित करना उत्तम माना गया है. भगवान विष्णु या भगवान कृष्ण को पीले फूल अर्पित करने से भी विद्या के क्षेत्र में लाभ होता है. लाल रंग के पुष्प माता को अर्पण करने से भी विद्या संबंधी मनोकामनाएं तुरंत पूरी होती हैं. नौकरी में सफलता के लिए महाकाली को गुड़हल का फूल अर्पित करने से मुश्किलों का अंत होता है. देवगुरु बृहस्पति को पीले कनेर, पीले गेंदे और पीले गुड़हल के फूल प्रिय हैं, इन्हें अर्पित करने से सम्मान में वृद्धि होती है. मान-सम्मान के लिए जल में गुड़हल का फूल डालकर सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए. करियर में सफलता के लिए जल में गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य को जल अर्पित करें. कार्यालय की समस्याओं के लिए हर शनिवार को मां काली को गुड़हल का फूल अर्पित करें.