अयोध्या में श्रीराम मंदिर के प्रथम तल पर 5 जून 2025 को श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई. राजा राम और सीता माता को राजस्थान की पारंपरिक बंधेज कला से निर्मित वस्त्र पहनाए गए, जिसमें देश की संस्कृति के रंग झलकते हैं. यह कला, जिसकी 50% से अधिक आपूर्ति सीकर शेखावाटी से होती है, अब भगवान राम को समर्पित हो गई है, जैसा कि रिपोर्ट में कहा गया है, "आम लोगों के इस्तेमाल होने वाली पारंपरिक कलाकारों की एक कला अब भगवान राम को समर्पित हो गई."