17 नवंबर की रात वो शुभ घड़ी आई.....जब भगवान बदरी विशाल के कपाट वैदिक परंपरा को निभाते के साथ ही रात 9 बजकर 7 मिनट पर अगले 6 महीने के लिये बंद कर दिये गये. बीते 6 महीने अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास बदरीनाथ मंदिर से निकलते भगवान उद्धव...कुबेर जी....भगवान बदरी विशाल के वाहन गरुड और जगतगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी......जब एक-एककर मंदिर से बाहर निकले....तो लक्ष्मी जी.......लक्ष्मी मंदिर से बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान हुईं. भगवान बदरी विशाल की धाम से शीतकालीन स्थलों की ओर रवानगी के इन यादगार पलों को देखने के लिये श्रद्धालु उमड़ पड़े.