छठ में महिलाएं संतान की दीर्घायु और बेहतर स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं. इस व्रत में पवित्रता का विशेष ध्यान रखना होता है. कार्तिक शुक्ल चतुर्थी को नहाए खाय के साथ इस व्रत की शुरुआत होती है. इस दिन से स्वच्छता की स्थिति अच्छी रखी जाती है. छठ दरअसल समाज को जोड़ने का त्योहार है. सामाजिक पर्व का ऐसा रूप जो प्रकृति की पूजा कर हमें जागरूक करता है.
In this video of Prarthna Ho Swikaar, we explain the benefits of Chhath Puja and vrat. Chhath is celebrated in several parts of the country.