अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद भक्तों की संख्या में वृद्धि हो रही है। रामलला के भव्य मंदिर में विराजने के बाद अब माता सीता की जन्मस्थली पुनराधाम के निर्माण की बारी है। बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थित पुनराधाम को विकसित करने के लिए बिहार कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। पुनराधाम के विकास के लिए ₹882 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। इसका लक्ष्य पुनराधाम को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या की तर्ज पर विकसित करना है। इसके साथ ही, टेक्नोलॉजी के इस दौर में ऑनलाइन पूजा पाठ का चलन भी शुरू हो गया है। मुंबई में मंदिरों के पुजारी अब अपने यजमानों को ऑनलाइन हवन, यज्ञ और पूजा पाठ करा रहे हैं। वे ऑनलाइन आशीर्वाद भी देते हैं और ऑनलाइन ही दक्षिणा भी लेते हैं। ऑनलाइन पूजा की मांग में काफी वृद्धि हुई है। समय की कमी और अन्य कारणों से ऑनलाइन बुकिंग बढ़ गई है। एक यजमान के अमेरिका शिफ्ट होने के बाद ऑनलाइन पूजा का रास्ता निकाला गया। पहले फोन से पूजा होती थी, लेकिन प्रमाण नहीं मिल पाता था। टेक्नोलॉजी के विकास के बाद व्हाट्सएप और फेसबुक वीडियो कॉल के माध्यम से पूजा कराई जाने लगी। पूजा सामग्री की व्यवस्था भी अब पुजारी स्वयं करते हैं। इस पर एक व्यक्ति ने कहा, "पूजा पाठ है ये मतलब आपको भगवान से जोड़ती है, श्रद्धा से जोड़ती है श्रद्धा व लपते फलम जीसको श्रद्धा उसी को फल प्राप्त होगा।" मंत्रों की शक्तियां यजमान तक पहुंचती हैं और दक्षिणा देने पर पुण्य प्राप्त होता है। ऑनलाइन पूजा बुकिंग की मांग बड़े स्तर पर बढ़ गई है।