चंद्रग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट बंद रखने और पूजा-पाठ न करने की परंपरा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में चंद्रग्रहण के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। परंपरा के अनुसार, ग्रहण के स्पर्श से दो घंटे पहले मंदिर बंद कर दिया जाता है। इस वर्ष चंद्रग्रहण का स्पर्श रात 9 बजकर 57 मिनट पर होगा, मध्य रात 11 बजकर 41 मिनट पर और समाप्ति रात 1 बजकर 15 मिनट के आसपास होगी।