ग्रहण कोई भी हो उसमें सूतक काल को काफी महत्वपूर्ण माना गया है. सूतक का अर्थ अशुद्धि, अपवित्रता और अशुभता से है. शास्त्रों के अनुसार, जब भी सूर्यग्रहण लगता है उससे ठीक 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है. जबकि चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक लगता है. ग्रहण खत्म होने तक सूतक काल रहता है. सूतक काल के शुरू होते ही सारे शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं.
During Sutak period, no auspicious work, religious ritual or resolution of any kind should be taken. Eating or preparing food during Sutak period is not considered auspicious. According to the scriptures this is considered prohibited.