दिवाली उत्सव अभी खत्म नहीं हुआ है. देशभर में दिवाली के बाद अब गोवर्धन पूजा का उत्सव मनाया जा रहा है. पांच दिवसीय दिवाली पर्व के चौथे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है. ये पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है. इस दिन घरों में गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा बनाई जाती है. इसके बाद शाम के समय गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा होती है. उन्हें अन्नकूट और कढ़ी चावल का भोग लगाया जाता है. गोवर्धन पूजा से धन-धान्य की प्राप्ति होती है. साथ ही इस दिन का संबंध प्रकृति की रक्षा से भी है.
Govardhan Puja has special significance in Govardhan area of Mathura. Because on this day Lord Shri Krishna had saved the lives of Gokul residents by lifting Mount Giraj on the smallest finger of his hand.