पीपल का वृक्ष, जिसे 'अक्षय वृक्ष' भी कहा जाता है, धार्मिक एवं वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है; वेदों में इसे श्रीकृष्ण का स्वरूप माना गया है। शास्त्रों में वर्णित है कि "पीपल के हर को फल, हर पत्ती और हर टहनी में देवताओं का वास है," जिसके पूजन से शनि पीड़ा, रोग और आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलने की बात कही गई है। यह वृक्ष न केवल 24 घंटे ऑक्सीजन प्रदान करता है, बल्कि इसके नीचे सम्पन्न किए गए यज्ञ-अनुष्ठान अक्षय फलदायी होते हैं, जिससे पितृ दोष शांत होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।