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Acchi Baat: बड़ो से सलाह लेने पर नहीं खाते हैं मात, जानें क्या कहते हैं हनुमान जी के बार में

यह चर्चा जीवन में बड़ों की सलाह और उनके अनुभव के महत्व पर केंद्रित है. इसमें बताया गया है कि कैसे हनुमान जी ने भी जाम्बवान और संपाति जैसे वृद्धों से सलाह ली. एक कहानी में, एक युवक की शादी की बारात में बूढ़ों को शामिल न करने की शर्त रखी जाती है, जिसे उसके नाना अपनी बुद्धिमत्ता से हल करते हैं. दूसरी घटना में, ट्रेन में बैठे एक वृद्ध व्यक्ति ने कुछ लड़कों की शरारत को अपनी समझदारी से विफल कर दिया, यह साबित करते हुए कि उनकी दाढ़ी अनुभव से सफेद हुई है. अंत में, यह संदेश दिया गया कि हनुमान जी भी अपने नाम या बल से नहीं, बल्कि 'राम काज लगी तब अवतार' सुनकर ही सक्रिय हुए, जो जीवन में सही उद्देश्य और बड़ों के सम्मान की आवश्यकता को दर्शाता है.