गोपाल सहस्त्रनाम भगवान कृष्ण की एक विशेष स्तुति है जिसमें उनके गोपाल स्वरूप के 1000 नाम दिए गए हैं. इसे भगवान कृष्ण के 1000 मंत्र माना जाता है. इसका नियमित पाठ करने से भक्तों को सुख, समृद्धि, शांति और सुरक्षा मिलती है. यह शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति दिलाता है. जीवन से हर दुश्मनी को मिटाया जा सकता है और भौतिक जीवन में सफलता प्राप्त होती है. आध्यात्मिक उन्नति भी संभव है. गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करने से धन की कमी नहीं होती, रोग और कर्ज दूर होते हैं. सभी तरह की चिंताओं और परेशानियों से मुक्ति मिलती है. यह मन को शांत करता है और नकारात्मक विचारों को दूर करता है. यह स्तोत्र भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति को बढ़ाता है और आध्यात्मिक विकास में मदद करता है. भगवान कृष्ण अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं जो इस स्तोत्र का जाप श्रद्धा और भक्ति के साथ करते हैं. असाध्य रोगों से मुक्ति और संतान प्राप्ति के लिए भी इसका पाठ लाभकारी है. पाठ करने की विधि में सुबह स्नान कर भगवान कृष्ण का आवाहन करना और उन्हें आसन, जल, चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करना शामिल है. इसके बाद श्री गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ कर आरती की जाती है. यह स्तोत्र भगवान कृष्ण के प्रति गहरी श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है.