गुजरात के पावागढ़ के मां भवानी के पावागढ़ शक्तिपीठ में इन दिनों नवरात्र की रौनक से गुलज़ार है. इस बार के नवरात्र यहां ज़्यादा खास इसलिए भी हो गए हैं क्योंकि कई शताब्दियों बाद मंदिर के शिखर पर ध्वजा लहरा रही है. दरअसल चौदहवीं शताब्दि के आसपास विदेशी आक्रांताओं ने इस प्राचीन मंदिर को खंडित किया था और कई साल से मंदिर उसी अवस्था में था. लेकिन हाल ही में न केवल इस मंदिर का पुनर्निर्माण करके पुरानी भव्यता को लौटाया गया, बल्कि मंदिर के शिखर पर पताका भी फहराई गई. इसी साल जून महीने में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अपने हाथों से 41 फीट लंबी ध्वजा चढ़ाई थी .नवरात्र के मौके पर इस बार मंदिर के शिखर पर ध्वजा चढ़ाने वालों का तांता लग गया है.
Maa Kali is seated in her divine form on the peak of Pavagadh, about 46 km from Vadodara in Gujarat. This temple of Pavagadh is one of the 51 Shaktipeeths of the goddess and here Mata Kali decorated her court on the top of a mountain three and a half thousand feet high.