धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक धार्मिक कार्यक्रम में हनुमान जी की भक्ति का आह्वान करते हुए सिमरिया और जाम सावली वाले हनुमान जी का विशेष उल्लेख किया. उन्होंने भक्तों से श्री राम के लिए दोनों हाथ उठाने को कहा और मजाकिया लहजे में टिप्पणी की कि 'हनुमान जी के कीर्तन में जो ताली नहीं बजाएगा ना, अगले जनम में उसकी शादी कैंसिल हो जाएगी'. कार्यक्रम में 'लक्ष्मण को बचाने की जब सारी आशाएं टूटी' और 'पवन वेग से जाकर लाए संजीवन बूटी' जैसे प्रसंगों का वर्णन किया गया. उन्होंने कहा, कि उपस्थित जनसमूह को हनुमान जी की भक्ति में लीन होने और तिलक लगाने का संकल्प भी दिलाया.