हरितालिका तीज का व्रत हिंदू परंपरा में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. यह व्रत अखंड सौभाग्य और सुखी दांपत्य जीवन के लिए फलदायी होता है. कुंवारी कन्याएं शीघ्र विवाह और अच्छे पति की प्राप्ति के लिए यह व्रत रखती हैं, जबकि विवाहिता महिलाएं सुखद वैवाहिक जीवन की कामना से इसे करती हैं. इस व्रत में मुख्य रूप से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार, माता पार्वती ने शिव जी को प्राप्त करने के लिए 107 जन्म तक तपस्या की थी. आज के दिन भक्त मंदिरों में भारी संख्या में पहुँचकर अपने आराध्य की पूजा-अर्चना करते हैं.