प्राणों में जगन्नाथ धाम की काफी महिमा है. इसे धरती का बैकुंठ भी कहा जाता है और पुरी को पुरुषोत्तम पुरी भी कहा जाता है. सनातन धर्म के पवित्र चार धाम में से एक जगन्नाथपुरी में इस समय उत्सव का माहौल है. आज पवित्र रथयात्रा के समापन का दिन है, जिसे बहुड़ा यात्रा भी कहा जाता है. भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र के साथ आज अपने धाम लौटेंगे. इस पवित्र यात्रा का आगाज 27 जून को हुआ था. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी तैयारियां की गई हैं. पुरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. भगवान अपनी मौसी के घर गुंडीचा मंदिर से निकलकर अपने पावन धाम में वापस लौटेंगे. जगत के नाथ के लौटने का इंतजार है.