ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 28 जुलाई तक सभी राशि वालों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। गुरु ग्रह का गोचर विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा। मेष राशि वालों के पराक्रम और साहस में वृद्धि होगी, और उनके मित्र मंडली से संबंध सुधरेंगे। छोटे भाई-बहनों से भी सहयोग मिलेगा। वृषभ राशि के लिए सामान्य परिणाम रहेंगे, और उन्हें पीली वस्तुओं का दान करने की सलाह दी गई है। मिथुन राशि वालों के लिए यह समय अत्यंत शुभ है, खासकर 14 मई से। यदि विवाह में देरी हो रही थी, तो इस अवधि में विवाह के योग बन सकते हैं। शिक्षा और संतान प्राप्ति के लिए भी यह समय अनुकूल है, विशेषकर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक। कुंडली में गुरु की स्थिति कमजोर होने पर भी उपाय करने की सलाह दी गई है। बताया गया है कि 'गुरु हमारे जीवन में प्रोस्परिटी के देवता है, ज्ञान के, शिक्षा के, दांपत्य जीवन के, संतान के और जितना नेम फेम आपको मिलता है, जो सामाजिक, सोशल जो नेम फेम है, वह हमें जुपिटर प्लानेट भी देता है।' गुरु को मजबूत करने के लिए 'ओम ग्रैम ग्रीन ग्रोथ साहब गुरवे नमः' मंत्र का जाप, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ, पीली मिठाई का दान, चने की दाल, गुड़, हल्दी और स्वर्ण का दान, पीले वस्त्रों का दान, तथा धार्मिक पुस्तकों और ज्ञान का दान जैसे उपाय बताए गए हैं। गुरु पूर्णिमा पर गुरुओं का आशीर्वाद लेना भी महत्वपूर्ण है।