ज्येष्ठ माह भगवान सूर्य और वरुण का प्रिय मास है जिसमें गंगा स्नान पुण्यकारी है और कुंडली में सूर्य मज़बूत करने के उपाय किए जा सकते हैं। इस माह बड़ा मंगल (13, 20, 27 मई, 3, 10 जून), शनि जयंती (27 मई), गंगा दशहरा (5 जून) और निर्जला एकादशी (6 जून) सहित कई पर्व मनाए जाएंगे। दान का हर समय महत्व है, लेकिन 'ज्येष्ठ मास में जल, सत्तू, छाते, चरण पादुका का दान विशेष है' जिससे वरुण देव प्रसन्न होते हैं और सूर्य की अनुकम्पा मिलती है।