कांवड़ यात्रा साधक के आत्म बल की परीक्षा लेती है और तन-मन में दिव्य ऊर्जा की अनुभूति कराती है। इस यात्रा के दौरान कई तरह की सावधानियों का पालन करना आवश्यक है। सावन के आरंभ से लेकर शिवरात्रि तक शिवभक्तों की भक्ति चरम पर होती है। बाबा के जलाभिषेक की इच्छा लिए लाखों शिवभक्त बोल बम का जयकारा लगाते हुए मंदिरों और शिवालयों में उमड़ पड़ते हैं।