भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ऊखीमठ से कैलाश के लिए रवाना हो गई है. आर्मी बैंड की धुनों और भक्तों के जयकारों के बीच डोली विभिन्न पड़ावों से होते हुए 1 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी. 2 मई को सुबह वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मंदिर के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए जाएंगे. जल संसाधन विभाग ने गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी है और घोड़े-खच्चरों के लिए भी पानी के स्टैंड बनाए हैं. इस बार यात्रियों को लंबी कतारों से बचाने के लिए टोकन सिस्टम लागू किया गया है, जिससे वे दिए गए समय पर ही दर्शन कर सकेंगे.