हर महीने कृष्णपक्ष के 14वें दिन मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. सावन में पड़नेवाली शिवरात्रि है सावन की शिवरात्रि. श्रावण मास की चतुर्दशी को मनाई जाती है शिवरात्रि. सावन की शिवरात्रि का खास महत्व है. सावन के महीने में समुद्र मंथन हुआ था. मंथन से निकले विष को महादेव ने कंठ में ग्रहण किया था. विष पीकर भगवान शिव ने सृष्टि और देवताओं को बचाया. विष का असर शांत करने के लिए महादेव का अभिषेक हुआ. देवताओं ने जल और पंचामृत से किया था महादेव का अभिषेक. साल में 12 बार शिवरात्रि पड़ती है. लेकिन, 12 शिवरात्रि में 2 शिवरात्रि का खास महत्व है. खासतौर से फाल्गुन और सावन शिवरात्रि का खास महत्व है.
Today is the Shivratri of Sawan. Shivratri falls 12 times in a year. But, out of 12 Shivratri, 2 Shivratri have special importance. Especially Falgun and Sawan Shivratri have special significance.